नई दिल्ली 23 जून,
सरकार भूस्खलन संबंधी समस्याओं के बारे में शोध, अध्ययन और प्रबंधन पर गंभीरता से विचार कर रही है। केन्द्रीय खान मंत्री श्री विजोय कष्ण हांडिक ने आज राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन मार्गनिर्देश भूस्खलन एवं हिम-स्खलन राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के बारे में एक पुस्तक का लोकार्पण करते समय ये विचार व्यक्त किए। श्री हांडिक ने बताया कि भारत को बाढ, च़क्रवात, भूकम्प और भूस्खलन आदि जैसी दैवी आपदाओं का सामना करना पड़ता है। देश के 22 राज्यों और एक केन्द्रशासित प्रदेश को प्राय: हर वर्ष, विशेषकर वरषा त्रितु में इन समस्याओं से जूझना पड़ता है।
इस अवसर पर खान मंत्रालय सचिव, श्रीमती शान्ता शीला नैयर, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष, सेवानिवृत्त जनरल एन.सी. विज़, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य डॉ0 मोहन कांडा, वरिष्ठ उप-महानिदेशक एवं प्रभारी, भारतीय भूगिलक सर्वेक्षण, श्री एन.के. दत्ता समेत अनेक वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
इस अवसर पर खान मंत्रालय सचिव, श्रीमती शान्ता शीला नैयर, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष, सेवानिवृत्त जनरल एन.सी. विज़, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य डॉ0 मोहन कांडा, वरिष्ठ उप-महानिदेशक एवं प्रभारी, भारतीय भूगिलक सर्वेक्षण, श्री एन.के. दत्ता समेत अनेक वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
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